महिलाओं में खमीर का संक्रमण ठीक करने की विधि :: (yeast infection)
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खमीर का संक्रमण जो कि आमतौर पर योनि के भागों में होता है,दांतों,नाखूनों,त्वचा के मोड़ों पर,पेट के निचले हिस्सों पर तथा स्तनों के नीचे भी पाया जाता है। इसके होने का मुख्य कारण तनाव,कोई दीर्घकालिक बीमारी,गर्भावस्था,मधुमेह,एंटीबायोटिक्स का प्रयोग,स्टेरॉयड्स का प्रयोग आदि होता है।
करौंदा
खमीर के फंगस को कम करने के लिए करौंदे का सेवन करें जिसमें महत्वपूर्ण एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं।करौंदे उन संक्रमणों का भी इलाज करते हैं जो मूत्रमार्ग एवं मूत्राशय के द्वारा शरीर में प्रवेश करते हैं। करौंदे का रस पियें। अगर ये संभव नहीं होता तो रोज़ २ से ३ करौंदे की गोलियां खाएं। करौंदे के घाव जल्दी ठीक करने की शक्ति से खमीर के संक्रमण के निशान कुछ ही समय में दूर हो जाएंगे।
दही
दही भी खमीर के संक्रमण को ठीक करने का एक आसान घरेलू नुस्खा है। प्रभावित भाग पर सादी दही लगाएं और अच्छे परिणामों के लिए १ घंटे के बाद धो दें। आप इसे खा भी सकते हैं पर ध्यान रखें कि दही मिठास से मुक्त और सादी हो। लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस, जो कि दही में मौजूद एक बैक्टीरिया होता है ,संक्रमण को कम करता है।
टी ट्री आयल
खमीर के संक्रमण को आसानी से ठीक करने के लिए टी ट्री आयल का प्रयोग करें। टी ट्री आयल में मौजूद एंटी फंगल गुण खमीर के संक्रमण से जुडी समस्याओं को समाप्त करते हैं। थोड़ा सा टी ट्री आयल लें और इसे पानी या मीठे बादाम के तेल या जैतून के तेल के साथ मिलाएं। इस मिश्रण को सूती के गोले की सहायता से प्रभावित क्षेत्रों में दिन में कई बार लगाएं। अगर आप योनि में खमीर के संक्रमण की समस्या से परेशान हैं तो रुई के फाहे में थोड़ा सा टी ट्री आयल लगाएं और इसे अपनी योनि में २ से ३ घंटों तक दबाकर रखें। संक्रमण से बचने के लिए इस विधि को दिन में २ बार प्रयोग में लाएं। यह गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा उपाय नहीं है क्योंकि टी ट्री आयल नवजात शिशु को हानि पहुंचा सकता है।
सिरका
सिरके की मदद से भी आप खमीर के संक्रमण को ठीक कर सकते हैं। सिरके में मौजूद ख़ास तत्व संक्रमण के लिए ज़िम्मेदार फंगस का बढ़ना रोकते हैं। अपने नहाने के पानी के टब में सिरके की कुछ बूँदें डालकर अच्छे से हिलाएं। अब इसमें अपने शरीर को आधे घंटे तक अच्छे से भिगोएं। इस प्रकार नहाने से जलन कम होती है तथा संक्रमण के फलस्वरूप त्वचा में होने वाली खुजली से राहत मिलती है। आप सेब के सिरके या सामान्य सिरके को पानी के साथ मिलाकर प्रभावित भागों पर लगा भी सकते हैं। इसे ३० मिनट तक छोड़ दें और त्वचा को राहत देने के लिए अच्छे से धो लें।
बोरिक एसिड
बोरिक एसिड का कैप्सूल के रूप में लेने से या फिर बोरिक एसिड को पानी में मिलाकर प्रभावित जगहों पर लगाने से संक्रकमांण की समस्या से राहत मिलती है। इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक,एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण आपकी संक्रमित त्वचा को तेज़ी से ठीक करते हैं।
नोट ::--
बोरिक एसिड गर्भवती महिलाओं के लिए सही नहीं है और इसे लम्बे समय तक प्रयोग में लाना भी खतरनाक है क्योंकि यह एक तरह का ज़हरीला पदार्थ होता है।
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