Sunday, November 16, 2014

कर्ण पीडासन

कर्ण पीडासन
 विधि:
          हलासन की तरह पैरों को सिर के पीछे टिकाकर दोनों घुटनों को जुकाकर कोनों से लगा दे।  शेष विधि हलासन के समान है। 



लाभ:
         सभी लाभ हलासन के समान है।  कर्ण रोगो मे विशेष लाभकारी होने से इस आसन का नाम कर्ण पीडासन है।