कर्ण पीडासन
विधि:
हलासन की तरह पैरों को सिर के पीछे टिकाकर दोनों घुटनों को जुकाकर कोनों से लगा दे। शेष विधि हलासन के समान है।
लाभ:
सभी लाभ हलासन के समान है। कर्ण रोगो मे विशेष लाभकारी होने से इस आसन का नाम कर्ण पीडासन है।
वीडियो देखे:VIDEO LINK
वीडियो देखे:VIDEO LINK
No comments:
Post a Comment