चित्र के अनुसार मुठी बांधे तथा बाएं हाथ के अंगूठे को खड़ा रखें, अन्य अंगुलियां परस्पर बंधी हुए हों।
लाभ :
यह मुद्रा शरीर में गर्मी बढाती है। सर्दी-झुकाम ,खांसी,साइनस, लकवा तथा ये कफ को सुखाती है।
सावधानी: इसका प्रयोग करने पर जल,फल ,फलों का रस, घी और दूध का सेवन अधिक मात्र में करें। इसे अधिक लम्बे समय तक न करें।
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