A C ( ए सी ) कार में बैठने से पहले ::
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ऐसे सभी व्यक्ति, जो 'ए सी कार' का उपयोग करते हैं के लिये अति आवश्यक और महत्वपूर्ण है ! क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य से सीधा सम्बन्ध रखता है !!..
.कार की उपयोग पुस्तिका कार स्टार्ट करने और ए सी चलाने से पहले समस्त शीशों को खोलने का निर्देश देती है जिससे गर्म हवा बाहर निकल जाये !
क्यों ?
इसमें कोई भी आश्चर्य की बात नहीं है कि आज कैंसर के कारण पहले की अपेक्षा बहुत मौतें हो रही हैं ! अत्यन्त आश्चर्य होता है कि कैंसर की उत्पत्ति किन पदार्थों से हो रही है !
जो कैंसर की उत्पत्ति के कारणों को बहुत हद तक स्पष्ट करता है !
प्रतिदिन अधिकांश व्यक्ति सर्वप्रथम सुबह के समय और अंतिम बार रात को अपनी कारों का उपयोग करते हैंकृपया कार में बैठते ही 'ए सी' को न चलायें !
कार में प्रवेश करते ही सबसे पहले शीशों को खोलें और कुछ मिनटों के बाद ही ए सी चालू करें !इसका कारण क्या है !
---- कार का डैश बोर्ड,सीट,'एसी' की डक्ट्स, वस्तुतः गाड़ी की प्रत्येक पलास्टिक की बनी वस्तुएँ 'विषैली गैस' बैन्जीन छोड़ती हैं जो कि 'कैंसर'उत्पत्ति कारक तत्व है ! और " एक बहुत बड़ा कैंसर पैदा करने वाला तत्व !!जब भी आप कार खोलें तो कार को स्टार्ट करने से पहले कुछ क्षण के लिये गर्म पलास्टिक की गंध को स्वयम् अनुभव करेंगे !
---बैन्जीन, कैंसर कारक होने के साथ- साथ हड्डियों पर विषैला प्रभाव, एनीमिया और स्वास्थय रक्षक सफ़ेद रक्त कणों (यह रोग कारक विषाणुओं को नष्ट करते हैं) में कमी लाती है !
अधिक समय के सम्पर्क से ल्युकेमिया और कुछ अन्य प्रकार के कैंसर बढ़ने का पूर्ण ख़तरा है !
--इसके कारण गर्भवती महिलाओं में गर्भपात हो सकता है !बन्द स्थान में बैन्ज़ीन का "स्वीकृत" स्तर: 50 मिलीग्राम प्रति वर्ग फ़ीट है !
--एक कार जोकि एक बन्द जगह पार्क की गई हो और जिसके शीशे बन्द हों में 400-800 मिलीग्राम बैन्ज़ीन का स्तर होगा - स्वीकृत मात्रा से 8 गुणा अधिक !यदि इसको बाहर खुले में पार्क किया गया हो जहाँ पर तापमान 60 फैरनहाईट अंश से अधिक हो तो, बैन्ज़ीन का स्तर 2000-4000 मिलीग्राम होगा, अर्थात स्वीकृत स्तर से कम से कम 40 गुणा अधिक !जो व्यक्ति शीशे बन्द हुई कार में बैठ जाते हैं वस्तुतः वह अत्याधिक मात्रा में विद्यमान विषैली बैन्ज़ीन को साँस के द्वारा अपने शरीर में ले लेंगे !
--बैन्ज़ीन एक विषैला तत्व है जोकि गुर्दे और लीवर पर दुष्प्रभाव डालता है ! सबसे ख़तरनाक बात है कि हमारा शरीर इस विषैले तत्व को बाहर करने में नितान्त असमर्थ है !अतः कार में बैठने से पहले कुछ समय के लिये इसके दरवाज़े व खिड़कियाँ खोल दें जिससे बैठने से पहले ही अन्दर की हवा बाहर निकल जाये ( अर्थात हानी कारक विषैली गैसीय तत्व बाहर निकल जाये !)
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