विधिः १. सीधे खड़े होकर दोनों हाथों की अँगुलियों को आपस में डालते हुए सर पर रखिये। पैरो को मिलकर रखें। २. श्वास अन्दर भरते हुए हाथों को ऊपर की और तानिए तथा एड़ियों को भी साथ - साथ ऊपर उठावें। श्वास छोड़ते हुए निचे आ जावे। हाथ सर पर ही रहेंगे इस प्रकार ५-६ चक्र करें।
No comments:
Post a Comment